कौन है वो?


कोई है जो सिर्फ भारी भेद माई तम्हारा हाथ पकड़ता है
या कोई है जो तुम्हारी गैरहाज़िरी है, मैं भी तुम्हारा हाथ पकड़ने को तरसता हूँ

कोई है जो तुम्हारे होने पर तुम्हें देख कर तुम्हें अँधेरा सा महसूस करवा देता है
या कोई है जो तुम्हारे होने पर सिर्फ तुमसे ही नजरें चुराता है

कोई है जो तुम्हें नाराज़ नहीं होना चाहता
या कोई है जिसे तुम्हें मनाने का अलग ही शौक है

कोई है जो तुम्हारी ख़ुशी के लिए तुम्हें खुश करने की कोशिश करता है
या कोई है जो अपनी खुशी के लिए तुम्हें खुश करना चाहता है

कोई है जो तुम्हें अकेला नहीं होना चाहता
या कोई है जो हमेशा तुम्हारा साथ रहना चाहता है

कोई था
उसका भी समय था,
आज वो कोई और है
और समय भी किसी या का।

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